01/01/2011 12:14
शायर जीते
साल 2010 से जुड़ी कई यादें हैं मेरे जेहन में। सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस साल गीतकार और गायक रॉयल्टी से जुड़ी एक बड़ी जंग को एक खास मुकाम पर ले जाने में कामयाब रहे। गीतकारों और गायकों की रॉयल्टी अकसर कांटेक्ट के नाम पर छीन ली जाती थी, लेकिन इस साल सरकार इस दिशा में गंभीर हुई और इससे संबंधित कानून पर काम भी किया। इस साल यों तो कई गीत सुनने को मिले, लेकिन मेरे जेहन से लाइफ इन ए मेट्रो का गाना इन दिनों दिल मेरा मुझसे ये कह रहा जाता ही नहीं। इसके गीतकार सईद काजमी से आनेवाले साल...