नई दिल्ली. नए साल के बाद अब देश में गणतंत्र दिवस पर फिर आतंकवादी हमले की आशंका है। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक लश्कर और जैश के आतंकियों ने इस बार फिर साझा साजिश रची है, जो बड़ी तादात में गणतंत्र दिवस के मौके पर हमले को अंजाम देने की फिराक में हैं। केंद्र सरकार भी सुरक्षा के पूरे इंतजाम कर रही है और दिल्ली में होने वाली मुख्य परेड के रास्ते में करीब 100 सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं।
इसके पहले नए साल के अवसर पर आतंकवादियों ने मुंबई और अहमदाबाद को निशाना बनाने की साजिश रची गई थी। आईबी ने आगाह किया था कि लश्कर-ए-तैय्यबा, हूजी और आईएम मिलकर भारत को दहलाने की साजिश कर रहे हैं। आईबी ने हाल ही में 26 दिसंबर को चेतावनी दी थी कि तीनों सेगठनों के करीब 10 आतंकवादी मुंबई में घुस चुके हैं। आईबी ने इसे प्रोजेक्ट चौपाटी का नाम दिया।
खुफिया सूत्रों के अनुसार फिर एक बार आतंकवादी संगठनों ने एक होकर भारत के खिलाफ षडयंत्र किया है। इन आतंकवादियों की पाकिस्तान के मनशेरा में ट्रेनिंग हुई है। माना जा रहा है कि इन आतंकवादियों की ट्रेनिंग के बाद करीब 50 आतंकवादियों को भारत में घुसाने की कोशिश की जा रही है। सीमा पर भारी बर्फबारी के बीच इन आतंकवादियों को घुसाने की कोशिश की जा रही है। पाकिस्तान इसके पहले भी सीमा पर अकारण फायरिंग कर भारतीय जवानों को भ्रमित कर, आतंकियों को घुसपैट कराने में मदद करता है। और हाल के दिनों में पाकिस्तान सीमा पर दो बार अकारण फायरिंग कर चुका है।
इन आतंकवादियों ने करीब 10 निशाने तय किए हैं, जहां हमलों की आशंका है।
रक्षा मंत्री की चेतावनी
रक्षा मंत्री एके एंटोनी ने हाल ही में भारत के आतंकवादियों के निशाने पर होने की चेतावनी देते हुए कहा था कि सरकार को बराबर आतंकी खतरों की सूचना मिलती रहती है। उन्होंने कहा कि भारत आतंकवादियों के निशाने पर है और हमें लगातार चौकसी बरतनी होती है। उन्होंने कहा कि हमें हर दिन आतंकवादियों से खतरे की सूचना मिलती है। उन्होंने कहा कि हमें लगातार चौकस रहना होगा।
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