जयपुर। सरकारी नौकरियों में पांच फीसदी आरक्षण की मांग पर अड़े गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला आखिरकार सरकार से बातचीत के लिए आज शाम जयपुर पहुंच गए। सूत्रों के मुताबिक बैंसला ऊर्जा मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह के आवास पर हैं। उनके साथ डॉ रूप सिंह, कैप्टन हरप्रसाद, एडवोकेट अतर सिंह, महेन्द्र सिंह खेड़ला आदि लोग भी मौजूद हैं। माना जा रहा है कि कर्नल बैंसला देर शाम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात करेंगे। सरकार और गुर्जरों के बीच होने वाली अगले दौर की वार्ता में सकारात्मक और ठोस हल निकलने की उम्मीद जताई जा रही है।
गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रवक्ता डॉ. रूप सिंह ने बैंसला के रवाना होने से पहले कहा कि कर्नल बैंसला पहले से मौजूद प्रतिनिधिमंडल की मदद के लिए जयपुर जा रहे हैं। प्रतिनिधिमंडल से सकारात्मक संकेत मिलने के बाद वह यहां आने के लिए तैयार हुए। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि वह सभी पहलुओं पर विचार विमर्श कर गुर्जर समाज के लिए बेहतर करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने बताया कि इस मामले में कर्नल बैंसला ने गुर्जर समाज के लोगों का विश्वास हासिल किया है।
बीती 20 दिसंबर से पीलूपुरा रेलवे ट्रेक पर जमे बैंसला ने सोमवार को आंदोलनकारियों से कहा था कि 'अभी तक सभी काम आपसे पूछकर किए हैं। अब जयपुर जाने से पहले भी आपसे पूछा जाएगा। बैंसला ने कहा कि प्रतिनिघिमण्डल ने वहां अच्छा काम किया है और उनके काम से मैं खुश हूं।'
बेनतीजा रही वार्ता
उल्लेखनीय है कि सोमवार को राजधानी में गुर्जर प्रतिनिधियों और सरकार के बीच हुई वार्ता बेनतीजा रही थी। गुर्जर पांच फीसदी आरक्षण की मांग पर अटके हुए हैं। दोनों पक्षों के बीच हुई वार्ता में आरक्षण की मुख्य मांग समेत तीन अहम बिंदुओं पर सहमति नहीं बनी। हालांकि नौ अन्य मांगों पर दोनों पक्ष सहमत हो गए हैं। मंगलवार को फिर से वार्ता हो सकती है।
मुख्यमंत्री करेंगे तीन मांगों पर फैसला
जिन तीन मांगों पर गुर्जर प्रतिनिघिमण्डल और मंत्रियों के बीच सहमति नहीं बनी, उन पर निर्णय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के स्तर पर होगा। अघिकृत सूत्रों के अनुसार गृह मंत्री शांति धारीवाल, ऊर्जा मंत्री डा. जितेंद्र सिंह व परिवहन मंत्री बृजकिशोर शर्मा का समूह मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री को वार्ता की स्थिति से अवगत कराएगा।
इसके बाद भर्ती रोकने, आरक्षण देने और मुकदमे वापस लेने के मुद्दों पर मुख्यमंत्री और बैंसला के बीच वार्ता हो सकती है। यह वार्ता कब होगी, इस पर फैसला भी मंगलवार को होने की उम्मीद है। गुर्जर प्रतिनिघि राजधानी में ही रूके हैं और संभवतया मंत्रियों के साथ मंगलवार दोपहर बाद वार्ता कर सकते हैं। प्रतिनिघिमण्डल की भी मुख्यमंत्री से बातचीत होनी है। मुख्यमंत्री से वार्ता से समस्या का हल निकल आए तो अच्छी बात है। आंदोलनस्थल पर जयपुर में हुई वार्ता की जानकारी भी दी गई।
जयपुर वार्ता में ये थे शामिल :
सरकारी पक्ष- गृहमंत्री शांति धारीवाल, ऊर्जा मंत्री जितेन्द्र सिंह, परिवहन मंत्री बृजकिशोर शर्मा, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पी.के.देब, डीजीपी एच.सी.मीनाा, प्रमुख नगरीय विकास सचिव जी.एस.संधु व अन्य।
गुर्जर पक्ष- श्रीराम बैंसला, बसंता सरपंच समेत गुर्जर, रेबारी, गाडिया लुहार, बंजारा जाति के करीब 60 प्रतिनिधि
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