पटना। नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा चुनावों में जबरदस्त सफलता का श्रेय बिहार की जनता को दिया है। प्रेस कॉफ्रेंस में नीतीश कुमार ने कहा कि ये जीत हमारे गठबंधन की नहीं बल्कि बिहार के लोगों की जीत है। जातिवाद की राजनीति पर प्रहार करते हुए नीतीश ने कहा कि बिहार में जातीय समीकरणों का दौर खत्म हो गया है और विकास की राजनीति की विजय हुई है।
नीतीश ने कहा कि बिहार के लोग नहीं चाहते थे कि हम अंधकार में वापस लौटें, वे चाहते थे कि वे विकास की राह पर आगे बढ़ें। और जनता की इसी सोच से हमें विशाल बहुमत दिलाया है। सफलता पर एनडीए को बधाई देते हुए नीतीश ने कहा कि जिस तरह से हमने पिछले 5 साल में मेहनत की अगले पांच सालों में उससे ज्यादा मेहनत करेंगे और राज्य के विकास के लिए प्रयास करेंगे।
नीतीश ने कहा कि दूसरी बार जनादेश से उनकी जिम्मेदारी और बढ़ गई है। बकौल नीतीश, 'अब बात बनाने से ज्यादा काम करने को तव्वजो देनी होगी इस जनादेश से विकास की चुनौतियां और भी बढ़ गई हैं। साथ हमारी जिम्मेदारी और बढ़ गई है। नीतीश ने कहा कि बिहार में काम के आधार पर वोट मिला और बिहार के लोगों ने इस बात को साबित कर एक नई कहानी गढ़ी है।'
नीतीश ने कहा कि बिहार की जनता तरक्की के राह पर चलना चाहती है अत: लोगों ने चुनाव प्रचार से वोटिंग तक साहस का परिणाम दिया। खासकर महिलाओं ने मतदान मे बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। सभी समुदायों के लोगों ने मतदान में उत्साह दिखाया। इसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं। नीतीश ने कहा, मैं चाहता हूं कि लोगों के इस उत्साह को रचनात्मक रूप दिया जाए। और विकास की नई राह पर राज्य को ले जाया जाए।
नीतीश ने कहा कि अगर कोई नेता आम लोगों के बीच रहकर काम करेंगे तो जनता उन्हें जरूर उसका परिणाम देगी। राज्य में सफलतापूर्वक चुनाव संपन्न कराने के लिए चुनाव आयोग का धन्यवाद देते हुए नीतीश ने कहा कि अब आयोग को बिहार पर भी विश्वास करना होगा कि वहां भी शांतिपूर्ण मतदान हो सकता है। बिहार की जनता ने
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